अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है, जब शिल्पकला के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता से मशहूर अरुण योगीराज की राम लल्ला मूर्ति को मंदिर के स्थापना के लिए चयन किया गया है। यह मूर्ति न केवल भारतीय सांस्कृतिक विरासत को आदान-प्रदान करती है बल्कि शिल्पकला के क्षेत्र में अपनी ऊँची गुणवत्ता के लिए भी पहचान बना रखी है।
राम लल्ला मूर्ति का चयन:
अरुण योगीराज की राम लल्ला मूर्ति को अयोध्या राम मंदिर के लिए चयन किया गया है, जो इस ऐतिहासिक स्थल पर बन रहे मंदिर को और भी महत्वपूर्ण बनाएगा। यह मूर्ति न केवल राम भक्तों के दिलों को छूने वाली है बल्कि यह शिल्पकला के क्षेत्र में नए मानकों की स्थापना करने का प्रतीक है।
अरुण योगीराज: एक मास्टर स्कल्प्टर:
अरुण योगीराज, जो इस मूर्ति के मास्टर स्कल्प्टर हैं, उन्होंने अपनी शिल्पकला में अद्वितीयता और समर्पण के माध्यम से खुद को साबित किया है। उनकी सांस्कृतिक समझ और राम लल्ला मूर्ति को जीवंत बनाने की क्षमता ने उन्हें इस अनुपम क्षेत्र के एक अग्रणी कलाकार बना दिया है।
"The selection of the idol for the Prana Pratishtapana of Lord Rama in Ayodhya has been finalized. The idol of Lord Rama, carved by renowned sculptor of our country Yogiraj Arun, will be installed in Ayodhya," tweets Union Minister Pralhad Joshi.
(Image source: Union Minister… pic.twitter.com/eChIG9rXGT
— ANI (@ANI) January 2, 2024
उनका योगदान:
अरुण योगीराज का योगदान मात्र एक मूर्ति नहीं है, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्थान का प्रतीक है। उनकी कला ने न केवल धार्मिक भावनाओं को जीवंत किया है बल्कि शिल्पकला के शिखर पर भी उन्हें पहुंचाया है।
समाप्ति:
अरुण योगीराज की राम लल्ला मूर्ति का चयन अयोध्या राम मंदिर के निर्माण में एक नई ऊँचाई को दर्शाता है। इसमें न केवल भारतीय सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है बल्कि एक श्रेष्ठ कला कला की नींव रखी गई है। अब हम सभी को इस नई यात्रा का समर्थन करन